सरकार महिलाओं को सशक्त स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। जिससे स्वयं सहायता समूह के जरिए महिलाओं को रोजगार के नए द्वार खुल सके. महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन सके जिसको लेकर स्वयं सहायता समूह से जुड़कर जिले की महिलाओं ने अपना खुद का रोजगार शुरू कर दिया है. फर्रुखाबाद के कमालगंज गांव रामपुर में महिलाओं ने स्वयं समूह बनाकर हवन सामग्री का निर्माण करने का कार्य शुरू किया है.
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कमालगंज विकास खंड क्षेत्र के रामपुर गांव की निवासी रीना देवी जिन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण व शहरी आजीविका मिशन योजना के द्वारा स्वयं सहायता समूह का निर्माण करके आज गांव की महिलाओं को सशक्त बनाया है. समूह की अध्यक्ष रीना देवी ने बताया कि उनके समूह में तेरह सदस्य महिलाएं हैं.
वहीं आज जिस समय पर महिलाएं रुपए के लिए परेशान रहती हैं. ऐसे समय पर उनको सरकार द्वारा रोजगार भी मिल गया है और अब उन्हें पैसे के लिए किसी से सामने हाथ भी नहीं फैलाने पड़ते हैं. अब वह आत्मनिर्भर हो गई हैं और घर के कार्य संभालने के साथ अब व्यापार में भी कुशल हो गए हैं. आज के समय में जिले के कई बाजारों में इनके हाथों की बनी हवन सामग्री की बिक्री होती है. जिससे इन्हें काफी अच्छा लाभ हो रहा है.
इन कार्यों के द्वारा खुले रोजगार के द्वार
जिले की महिलाएं इस समय पर स्वयं सहायता समूह बनाकर सरकार द्वारा मिले सहयोग से मोमबत्ती बनाना मुर्गी और बकरी पालन के साथ ही ब्यूटी पार्लर, सिलाई कढ़ाई की मशीन, हवन सामग्री का निर्माण, अगरबत्ती बनाने का कार्य का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.हवन सामग्री बनाने के लिए खैर मगल, पीपल की लकड़ी, लट जीरा, अकोड़ा, दुर्वा, केतु समी की लकड़ी, गूलर, प्लास चंद जैसी नौ प्रकार की सामग्री मिलाकर तैयार की जाती हैं हवन सामग्री. जिसे पैक करके 10 रुपए प्रति पैकेट बिक्री करती हैं. एक दिन में 100 पैकेट हो जाते है तैयार.
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