हिंदू धर्म के सबसे प्राचीन पुराने शास्त्रों में से एक वास्तुशास्त्र है। वास्तु शास्त्र में दिशा बहुत महत्वपूर्ण है। हर दिशा की तरह दक्षिण दिशा भी महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, दक्षिण दिशा के वास्तु नियमों का भी ध्यान रखना चाहिए।आइये हम आपको बताते है की दक्षिण में किन चीजों को रखने से नुकसान हो सकता है।
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दक्षिण दिशा कभी न जलाएं दीपक
हिंदू धर्म में दीया शुभता का प्रतीक है, इसलिए तुलसी पर और पूजा-पाठ में दीया जलाया जाता है। लेकिन वास्तुशास्त्र कहता है कि दक्षिण दिशा में दीपक कभी नहीं जलाना चाहिए। नहीं तो व्यक्ति को कई तरह की मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, दीया जलाने के लिए उत्तर दिशा सबसे अच्छी है।
इन चीजों को न रखे दक्षिण दिशा
दक्षिण दिशा में जूते और चप्पलें नहीं रखनी चाहिए, यह वास्तुशास्त्र कहता है। ऐसा करने से कोई पितृ दोष का सामना कर सकता है। दक्षिण दिशा में किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक सामान भी नहीं रखना चाहिए।
नेगेटिव एनर्जी का होता प्रवेश
दक्षिण दिशा में कभी भी पूजा घर नहीं होना चाहिए। इस दिशा में पूजा करना वास्तुशास्त्र के अनुसार अशुभ है। ऐसा करने से घर में नेगेटिव एनर्जी आने लगती है, जो व्यक्ति पर बुरा प्रभाव डाल सकती है।
तुलसी के पौधा को दक्षिण दिशा में न रखे
तुलसी के पौधे को सनातन धर्म में बहुत पूजनीय और पवित्र माना जाता है, ऐसे में इस बात का ध्यान रखे कि घर की दक्षिण दिशा में तुलसी का पौधा कभी नहीं रखे। ऐसा करने से नकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं।
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